Chandigarh Consumer Forum Ordered to Pay Rs 45,000 to Panchkula Man for Delay in Repairing Vehicle

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Panchkula के व्यक्ति को वाहन की मरम्मत में देरी के लिए मिले 45,000 रुपये

चंडीगढ़ (CHANDIGARH): District consumer disputes redressal forum ने Speed Motors Limited, Chandigarh, FCA Automobile Private Limited in Mumbai और WSL Automobiles Private Limited, Mohali को वाहन की मरम्मत में देरी करने के लिए 45,000 रुपये का भुगतान करने का निर्देश दिया |

Panchkula के रहने वाले सुभाष चंदर गुप्ता ने अपनी शिकायत में बताया कि अगस्त 2017 में उनका वाहन पानी की गड्डे में वाहन रुक गया था और इंजन ने काम करना बंद कर दिया था | वह अपने वाहन को 21 अगस्त, 2017 को मरम्मत के लिए स्पीड मोटर्स में ले गए | हालांकि, वाहन की मरम्मत में लंबा समय लगा, आंशिक रूप से क्योंकि Mumbai में स्थित FCA Automobile Private Limited द्वारा स्पेयर पार्ट्स की आपूर्ति समय पर नहीं की गई थी |

26 अक्टूबर, 2017 में वाहन को उपभोक्ता को दिया गया जिसमे यह प्रश्न हमेशा से बना रहा कि इतना समय क्यों लगा | उपभोक्ता वाहन लेकर आ गया, इस अश्वाशन के साथ की वाहन ठीक हो गया है | उसी दिन उपभोक्ता को पता चला की वाहन की मरम्मत सही से नहीं हुई है, इसकी जानकारी उपभोक्ता  ने उसी दिन जाकर दी और दिए गए invoice पर भी उन्होंने सवाल उठाया |

शिकायतकर्ता ने कार के कुछ समस्याओ के साथ 20 नवंबर, 2017 को फिर से Speed Motors से संपर्क किया, जिसमे कार के इंजन से आवाज आ रही थी लेकिन उसकी मरम्मत पहले से हो चुकी थी  | हालांकि दोनों मौकों पर वाहन की मरम्मत के बावजूद, वाहन में समस्या आती रही, इसलिए 2 दिसंबर 2017 को फिर कार को उनके पास ले जाया गया, इस बार सील लीक हो रही थी और कार की स्टीयरिंग में भी समस्या थी |

चूंकि वे वाहन की मरम्मत करने में विफल रहे, इसलिए इसे 6 दिसंबर, 2017 को मरम्मत के लिए Mohali में स्थित WSL Automobiles Private Limited ले जाया गया | इसके बाद 29 दिसंबर 2017 को आवश्यक मरम्मत के बाद वाहन को शिकायतकर्ता को वापस कर दिया गया | उन्होंने आरोप लगाया कि तमाम मरम्मत के बावजूद वाहन समस्या देते रहता है |

Speed Motors Limited ने बताया कि वाहन पर रिपेयर तभी शुरू की गई जब Insurance Company के सर्वेयर ने रिपेयर के लिए प्राधिकार दिया | बताया गया कि शिकायतकर्ता के वाहन को delivery के 20 दिन से अधिक समय के बाद समस्या हुई और जिसके बाद वह रिपेयर होने के लिए आयी और उसको विधिवत रिपेयर किया गया | यह प्रस्तुत किया गया है कि शिकायतकर्ता द्वारा उजागर की गई समस्या उनके द्वारा की गई मरम्मत से संबंधित नहीं है |

यह भी बताया गया कि शिकायतकर्ता को 27 अक्टूबर 2017 को कार की डिलीवरी का ऑफर दिया गया था, लेकिन उसने 11 नवंबर 2017 को डिलीवरी ली थी | यह भी कहा गया है कि शिकायतकर्ता को लंबित काम करवाने की सिफारिश की गई थी, लेकिन वह केवल बीमा कंपनी द्वारा स्वीकृत मरम्मत के लिए ही सहमत थे | यह प्रस्तुत किया गया कि शिकायतकर्ता द्वारा मरम्मत से इनकार और लापरवाही के कारण, वाहन को नुकसान उठाना पड़ा |

WSL Automobiles Private Limited ने नोटिस के बावजूद कोई जवाब नहीं दिया था |

Consumer Forum ने  मामले और निष्कर्षों के तथ्यों और परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, पाया जाता है कि तीनो के द्वारा Panchkula निवासी उपभोक्ता पर समान अनुपात में उत्पीड़न हुआ है और सेवाओं में भी कमी हुई, Deficient ACT के अनुसार, तीनों को 30,000 रुपये की मुआवजा राशि और 15,000 रुपये कानूनी लगत की राशि को सामान अनुपात में भुगतान करने निर्देश दिया |

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अगर आपकी उपभोक्ता सम्बन्धी कोई शिकायत है और उसका निरावरण प्राप्त करना चाहते है तो दिए गए लिंक पर क्लिक करे: File A Complaint Now!

Maharashtra Nashik Consumer Case – Consumer Forum imposes penalty on dealer for delaying delivery of vehicle

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कंस्यूमर फोरम ने वाहन प्रदान करने में देरी के लिए डीलर पर लगाया जुर्माना |

Nashik : नाशिक (Nashik) के एक उपभोक्ता मामले में, समय पर वाहन न पहुंचाने पर, Consumer Forum ने dealer पर जुर्माना लगाया | तीन सदस्यीय Forum ने 21 नवंबर, 2019 को, Unnati Vehicles in Nashik को आदेश दिया कि वह शिकायतकर्ता को शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न के लिए 5,000 रुपये मुआवजा दे क्योंकि वह उपभोक्ता को समय पर वाहन की डिलीवरी देने में विफल रहे |

शिकायतकर्ता ने 22 सितंबर 2015 को dealer से Dassera के समय वाहन को खरीदने के लिए, वाहन को बुक करा कर उसकी डिलीवरी को सुनिश्चित किया था, जिसके लिए उपभोक्ता ने 5,000 रुपये दिए थे |

शिकायतकर्ता के अनुसार वाहन की डिलीवरी नहीं हुई और dealer ने फिर दिवाली तक वाहन को देने का वादा किया | 5 नवंबर, 2015 को उपभोक्ता ने 15,000 रुपये और 10 नवंबर, 2015 को 3.64 लाख रुपये का भुगतान किया – दिवाली से एक दिन पहले – अगले दिन डिलीवरी कराने के लिए |

लेकिन dealer डिलीवरी देने विफल हो गया | उपभोक्ता ने निवेदन करते हुए अपनी बहन की शादी के दिन 4 दिसंबर 2015 से पहले डिलीवरी मांगी | लेकिन इसके बाद भी वाहन नहीं पहुंचाया गया |

इसके बाद उपभोक्ता ने फरवरी 2016 में Consumer Forum में कंपनी और डीलर के खिलाफ Consumer Complaint दर्ज करके Consumer Forum से न्याय की गुहार लगाई |

शिकायतकर्ता ने dealer को दी गई कुल राशि पर एक माह का ब्याज, बैंक लोन की पहली किस्त की वापसी और मानसिक उत्पीड़न के लिए मुआवजे के तौर पर 50,000 रुपये सहित 90,000 रुपये का मुआवजा देने की मांग की |

Consumer Forum की ओर से जारी नोटिस का जवाब देते हुए dealer ने कहा कि उसने कभी भी निर्धारित समय में वाहन की डिलीवरी का आश्वासन नहीं दिया, इसलिए वाहन की डिलीवरी देर से होने पर उनकी गलती नहीं है |

“वाहन लांच किया गया था जिसके कारण उसकी डिमांड काफी अधिक थी और इसलिए वाहन में कमी थी | कंपनी द्वारा वाहन की डिलीवरी के बारे में कोई प्रतिबद्धता नहीं है और इसलिए डीलरशिप को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है, “यह लिखित जवाब में dealer ने कहा |

Dealer ने यह भी दावा किया कि विज्ञापन में भी केवल तभी डिलीवरी का आश्वासन दिया गया जब वाहन उपलब्ध था न कि उपभोक्ता द्वारा दावा किए गए विशिष्ट समय पर |

हालांकि Forum ने देखा कि न तो लिखित में dealer ने डिलीवरी के लिए तारीख तय की थी और न ही विज्ञापन में | कार ‘उपलब्ध होने पर’ पहुंचाने के बारे में कोई आश्वासन दिया था | इसलिए, यह स्पष्ट था कि उपभोक्ता सोचेगा कि वितरण तुरंत उपलब्ध होगा |

Forum ने यह भी बताया कि उपभोक्ता ने ‘शपथ ‘ पर कहा है कि dealer ने कहा कि समय पर वाहन की डिलीवरी का वादा किया था और डीलर दावे का मुकाबला करने के लिए कोई सबूत पेश करने में विफल रहा |

इसलिए यह स्थापित है कि dealer समय पर उपभोक्ता को सेवा प्रदान करने में विफल रहा । Forum ने कहा, इसलिए हम डीलर को शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न के लिए मुआवजे के रूप में 5,000 रुपये और लागत के रूप में 1,000 रुपये का भुगतान करने का आदेश देते हैं |

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Zomato Customer Care Fraud Case: 57K looted in name of Zomato’s Order Cancellation

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Zomato पर कैंसिल आर्डर की रकम वापसी के बहाने 57 हज़ार उड़ाए

Lucknow Consumer Case: उत्तर प्रदेश की राजधानी में साइबर जालसाज लोगो के खातों से रकम उड़ाते जा रहे है | आलमबाग में Zomato पर कैंसिल आर्डर की रकम का झांसा देकर जालसाजों ने लिंक भेज कर युवक ने दो खातों से 57 हज़ार रुपये उड़ा लिए | पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर साइबर सेल की मदद से पड़ताल शुरू कर दी |

प्रभारी निरक्षक आलमबाग आनंद कुमार शाही के मुताबिक, बड़ा बरहा में संजय सक्सेना, परिवार के साथ रहते थे | उन्होंने बीते 19 नवंबर को Zomato पर आर्डर कैंसिल होने की सूचना Zomato की website पर दिए नंबर पर दी | कॉल रिसीव करने वाले ने अपना परिचय कस्टमर केयर के विनय कुमार के रूप में दिया | जालसाज ने ऑर्डर कैंसिल होने की बात कहते हुए रुपये वापस करने के लिए गूगल-पे का नंबर मंगा |

संजय ने अपने करीबी रिश्तेदार का नंबर दे दिया | जालसाज ने एक लिंक भेजा और Zomato Refund Form रिफंड फॉर्म भरने का \निर्देश दिया | फॉर्म भरने के बाद दूसरे नंबर पर सेंड करने को कहा | इसके बाद बैंक और बड़ौदा के खाते से चार बार में करीब 22000 रुपये साफ़ कर दिए | मैसेज देख संजय ने रविवार को आलमबाग थाने में तहरीर दी | पुलिस में मुकदमा दर्ज कर लिया |
एक अन्य consumer मामले में, रायबरेली रोड स्थित ओमेक्स सिटी निवासी कैलाशपति सिंह ने बताया कि उन्होंने online ticket Cancel कराना था | सफल न होने पर उन्होंने IRCTC कि वेबसाइट पर शिकायत की | इसके बाद बाईट शनिवार को उनके पास एक कॉल आयी | कॉल काने वाले ने अपना परिचय कस्टमर केयर के कर्मचारी मुकेश कुमार के रूप में दिया | रुपये वापस करने का झांसा देकर जालसाज ने बैंक सम्बन्धी जानकारी हासिल की और खाते से 21,500 रुपये उड़ा लिए | प्रभारी निरीक्षक संजय राय के मुताबिक मुकदमा दर्ज कर लिया गया |

इसलिए सभी उपभोक्ताओं को जागरूक रहना बहुत जरुरी है और आप सभी से अनुरोध है कि कभी भी किसी भी परिस्थिति में आप अपने Bank Account से सम्बंधित कोई भी जानकारी किसी को न दे | अगर किसी भी वजह से आप consumer fraud या online fraud के शिकार हुए है तो आप complaint को Voxya online consumer forum दर्ज करके उसका निवारण करे |

Content source: Amar Ujala News

Ecommerce stores could face penalties if they violate Consumer Protection Rules

consumer complaint against Tata Sky

Currently, the ecommerce services in India are not subject to any standards and rules and hence consumers have to suffer a lot as they do not have proper knowledge and remedies available for them. But this is going to change very soon as a new section is being added for penalty in the upcoming Consumer Protection Rules.

As per the ministry of consumer affairs, the new section will be added for penalty which will cover issues of misleading advertisements, unfair treatment to consumers and several other things. Once this new addition is complete, Ecommerce stores and their vendors could face penalties if they violate Consumer Protection Rules.

The definition of Ecommerce is also being expanded in the new rules to include almost all kinds of online services as provided by big & small ecommerce players like Zomato, Yatra, Ola, Uber, Swiggy, and UrbanPro etc. But Business-to-Business services and goods will be excluded from this new section.

However, we wish more such sections should be added to protect the interest of consumers. Almost everyday thousands of innocent consumers are duped due to ever increasing ecommerce fraud that needs to be stopped firstly. Currently there is no minimum legal requirement for starting a web/ecommerce store, which is the root cause of these fake ecommerce stores. At Voxya, we educate & help consumers to stay away from these fake stores and extend our services to get relief if they have been victimized. You can check our Latest Scams page where we regularly update the list of fake ecommerce stores in India along with Scam phone numbers who will call you to cheat & extract money from you.

Overall, adding new section in the Rules is a good move by Government and it will definitely provide relief to innocent consumers in India who are struggling to get justice!