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  • ई-जागृति पर उपभोक्ता शिकायत कैसे दर्ज करें?

    ई-जागृति पर उपभोक्ता शिकायत कैसे दर्ज करें?

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    यदि आप किसी उत्पाद या सेवा से असंतुष्ट हैं, तो आप ई-जागृति प्लेटफ़ॉर्म पर ऑनलाइन उपभोक्ता शिकायत दर्ज कर सकते हैं। नीचे शिकायत दर्ज करने की पूरी प्रक्रिया दी गई है:

    चरण 1:

    आधिकारिक वेबसाइट https://e-jagriti.gov.in पर जाएं और Login / Sign Up बटन पर क्लिक करें।

    चरण 2:

    लॉगिन पेज पर, यदि आप पहले से पंजीकृत हैं, तो अपने लॉगिन विवरण दर्ज करें।

    चरण 3:

    यदि आप पंजीकृत उपयोगकर्ता नहीं हैं, तो Register बटन पर क्लिक करें और पंजीकरण करें।
    पंजीकरण के लिए मोबाइल नंबर, ईमेल पता और पूरा नाम देना होगा।
    अपने मोबाइल नंबर और ईमेल पर आपको OTP (One-Time Password) प्राप्त होगा, जिससे खाता सत्यापित किया जाएगा।
    इसके बाद, आप अपना पासवर्ड और भूमिका (Role) सेट करेंगे — भूमिका चुनें: Consumer / Authorised Representative

    चरण 4:

    अगले चरण में, आपको अपना पता (Address) दर्ज करना होगा, जो अदालत कार्यवाही में संचार के लिए उपयोग होगा। साथ ही, आपको सरकारी प्रमाण-पत्र (जैसे आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट आदि) अपलोड करने होंगे ताकि आपकी पहचान सत्यापित हो सके।

    चरण 5:

    पंजीकरण पूरा करने के बाद, अपने बनाये गए लॉगिन विवरण के साथ ई-जागृति पोर्टल में लॉग इन (Log in) करें।
    लॉगिन के बाद आप अपने डैशबोर्ड पर पहुंचेंगे, जहाँ आप दर्ज, लंबित और निपटाए गए सभी मामले देख सकते हैं।

    e-jagriti dashboard filing complaint

    चरण 6:

    डैशबोर्ड के बाईं ओर के पैनल में “File New Case” विकल्प पर क्लिक करें। फिर “Consumer Complaint” चुनें ताकि आप एक नया केस दर्ज कर सकें।
    इस स्क्रीन पर आपको निम्न दस्तावेजों की सूची दिखाई देगी जिन्हें अपलोड करना आवश्यक है:
    Index, Memo of Parties, Proforma, Synopsis, Dates and Events, आदि।

    e-jagriti required documents for filing complaint

    शिकायत दर्ज करने से पहले, कृपया सभी आवश्यक दस्तावेज़ इकट्ठा / तैयार कर लें ताकि प्रक्रिया बिना किसी रुकावट के पूरी हो सके।

    यदि दस्तावेजों को लेकर आप किसी भ्रम में हैं और इनके नमूने चाहते हैं, तो आप ₹699 में e‑jagriti Sample Document Kit प्राप्त कर सकते हैं।

    चरण 7:

    नया शिकायत दाखिल करने के लिए, निम्न विवरण भरना होता है:

    • भुगतान की गई राशि
    • दावा की गई राशि
    • घटना की तिथि (Cause of action)
    • राज्य और जिला
    • केस श्रेणी व उप-श्रेणी

    शिकायत में शामिल राशि और घटना स्थल के आधार पर कोर्ट फीस और न्यायिक क्षेत्राधिकार तय होगा — यह तय करेगा कि केस जिला उपभोक्ता फोरमराज्य आयोग, या राष्ट्रीय आयोग में दर्ज किया जाएगा।

    e-jagriti file new case sample documents

    चरण 8:

    इसके बाद, आपके केस में शिकायतकर्ता (Complainant) और विपरीत पक्ष (Opposite Party) का विवरण देना होगा।
    ध्यान दें कि आवश्यकता होने पर आप अतिरिक्त शिकायतकर्ता या विपक्षी पक्ष जोड़ सकते हैं।

    चरण 9:

    अगला चरण है सभी आवश्यक दस्तावेज़ ई-जागृति पोर्टल पर अपलोड करना।
    आपके पास निम्न दस्तावेज़ों की PDF तैयार होनी चाहिए: Index, Proforma, Memo आदि।
    प्रत्येक PDF फाइल का आकार 10 एमबी से अधिक नहीं होना चाहिए।
    इस चरण में आप Additional Documents / Annexures अपलोड कर सकते हैं, जैसे: Invoice, Payment receipt, Emails, Bank statements, Photos आदि।

    चरण 10:

    सभी दस्तावेज़ अपलोड करने के बाद, आप शिकायत को पूर्वावलोकन (Preview) कर सकते हैं और फाइल सबमिट कर सकते हैं।
    सफलतापूर्वक अपलोड के बाद, आपका केस आपके डैशबोर्ड में “Pending” स्थिति में दिखाई देगा।

    ई‑जागृति पर केस दर्ज करने हेतु आवश्यक दस्तावेज़

    • Index
    • Proforma for filing consumer complaint
    • Synopsis with List of Dates and Events
    • Memo of Parties
    • Consumer Complaint with notarised affidavit
    • Annexures / Supporting Documents
    • Application (IA)
    • Vakalatnama

    दस्तावेज़ों का विवरण

    Index – आपकी शिकायत में शामिल प्रत्येक अनुभाग या दस्तावेज़ का पृष्ठ संख्या सहित सारांश
    Proforma – मामला संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे क्षेत्राधिकार, श्रेणी, दावा राशि इत्यादि
    Dates & Events – घटनाओं की समय-क्रम सूची अपने-अपने तिथियों के साथ
    Memo – प्रत्येक पार्टी का नाम, पता और संपर्क जानकारी
    Consumer Complaint – आप जो समस्या झेल चुके हैं उसका स्पष्ट वर्णन और आप जो राहत चाहते हैं (मुआवजा, नुकसान, लागत, रिफंड या ब्याज राशि)
    Annexures / Supporting Documents – Invoice, Payment Receipt, ईमेल, फोटो, बैंक स्टेटमेंट जैसे संदर्भित सबूत

    अगर आप ताज़ा उपभोक्ता शिकायत दर्ज कर रहे हैं, तो IA Application आवश्यक नहीं है
    यदि आप स्वयं शिकायत दर्ज और शपथपत्र सहित उपस्थित हो रहे हैं और वकील नहीं रख रहे, तो आपको Vakalatnama की आवश्यकता नहीं है

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    शिकायत की स्थिति का निरंतर निरीक्षण

    • समय-समय पर ई-जागृति पोर्टल पर अपनी शिकायत की स्थिति ज़रूर देखें
    • यदि पोर्टल या अधिकारी अतिरिक्त जानकारी या दस्तावेज़ माँगें, तो तुरंत प्रतिक्रिया दें
      इस तरह, आपकी शिकायत के समाधान की प्रक्रिया तेज़ हो सकती है।

    ई-जागृति पर सफलता के लिए सर्वश्रेष्ठ अभ्यास (Best Practices)

    ई‑जागृति शिकायत की सफलता के लिए निम्नलिखित बातों का पालन करें:

    शिकायत का प्रारूप

    • अपनी शिकायत को स्पष्ट और तथ्यात्मक भाषा में लिखें।
    • समस्या का वर्णन और जिस राहत की मांग है, उसे सटीक रूप से लिखें।
    • अंतिम उद्देश्य बताएं — मुआवजा, नुकसान भरपाई, ब्याज, लागत या रिफंड।
    • भावनात्मक भाषा से बचें और तथ्यों पर ध्यान दें।

    प्रमाण जुटाना

    • दावा मजबूत बनाने के लिए ज़रूरी सबूत जैसे: बिल, रसीद, वॉरंटी, ईमेल, फोटो, चैट रिकॉर्ड आदि संलग्न करें।

    नियमित अनुवर्ती

    • शिकायत दर्ज करने के बाद, पोर्टल पर स्थिति नियमित रूप से जांचें
    • अधिकारियों द्वारा माँगी गई अतिरिक्त जानकारी का समय पर जवाब दें

    सहायता प्राप्त करना

    • यदि प्रक्रिया जटिल लग रही हो, तो किसी वकील या उपभोक्ता अधिकार संगठन जैसे Voxya (या सार्थक सेवा प्रदाता) से परामर्श लें।
    • वे दस्तावेजी तैयारी, मार्गदर्शन, या न्यायालय में प्रतिनिधित्व में आपकी सहायता कर सकते हैं।

    निष्कर्ष

    हमें आशा है कि इस लेख में बताए गए चरणों और सर्वोत्तम उपायों के माध्यम से, आप ई-जागृति के ज़रिए अपनी उपभोक्ता शिकायत का सफल समाधान सुनिश्चित कर सकते हैं

    अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

    क्या ई-जागृति पोर्टल — या उपभोक्ता अदालत जाना — समय की बर्बादी है?

    नहीं। यदि आपने अनुचित व्यापार प्रथाएं, दोषपूर्ण उत्पाद या खराब सेवाएं झेली हैं, तो ई-जागृति पोर्टल के माध्यम से या सीधे उपभोक्ता अदालत में शिकायत दर्ज करना मददगार हो सकता है। यह पोर्टल समय बचाता है, अनावश्यक यात्रा से बचाता है, और एक पारदर्शी डिजिटल प्रक्रिया प्रदान करता है।
    हालाँकि, यदि आप व्यस्त हैं या कानूनी प्रक्रिया में शामिल नहीं होना चाहते, तो आप वकील नियुक्त कर सकते हैं, जो आपके लिए केस को ऑनलाइन या ऑफलाइन दर्ज कर सकता है।

    मुझे e-jagriti (e-Daakhil का नया संस्करण) पर केस दर्ज करना चाहिए या बिना वकील के उपभोक्ता अदालत जाना चाहिए?

    यदि आप ऑनलाइन प्रक्रिया और दस्तावेज़ जमा करने में सहज हैं, तो ई-जागृति एक सुविधाजनक विकल्प है और इसके लिए वकील की आवश्यकता नहीं है। लेकिन यदि आप डिजिटल फाइलिंग से परिचित नहीं हैं, तो आप स्वयं उपभोक्ता अदालत जाकर शिकायत दर्ज कर सकते हैं

    उपभोक्ता शिकायत दर्ज करने के लिए कौन-कौन से दस्तावेज़ आवश्यक हैं?

    आमतौर पर निम्न दस्तावेज़ आवश्यक होते हैं:
    Index (सूची)
    Memo of Parties (पार्टियों का विवरण)
    Proforma (प्रपत्र)
    Synopsis (संक्षिप्त विवरण)
    List of Dates & Events (तिथियों और घटनाओं की सूची)
    Consumer Complaint (उपभोक्ता शिकायत)
    Notarised Affidavit (शपथपत्र)
    Supporting Documents (जैसे बिल, रसीदें, ईमेल, तस्वीरें, एग्रीमेंट आदि)

    ई-जागृति पर उपभोक्ता शिकायत दर्ज करने के लिए Proforma में मदद कैसे लें?

    आप ऑनलाइन Proforma के नमूने खोज सकते हैं या Voxya से सैंपल डॉक्यूमेंट किट खरीद सकते हैं। इस फॉर्म में आपको क्षेत्राधिकार, केस श्रेणी और दावा राशि जैसे विवरण भरने होते हैं।

    Synopsis और List of Dates & Events की तैयारी में मदद कैसे लें?

    आप नमूना प्रारूप (sample format) देख सकते हैं या भरे जा सकने योग्य टेम्प्लेट वाली सैंपल डॉक्यूमेंट किट खरीद सकते हैं। Voxya जैसी सेवाएं इस प्रक्रिया में आपकी मदद कर सकती हैं।

    Memo of Parties और Consumer Complaint with Affidavit की तैयारी में कैसे मदद मिलेगी?

    आप स्वयं सैंपल टेम्प्लेट का उपयोग करके तैयार कर सकते हैं या Voxya से सैंपल डॉक्यूमेंट किट खरीद सकते हैं, जिसमें Memo of Parties, Complaint और Affidavit शामिल होते हैं।

    क्या मैं कुछ महीने पहले खरीदे गए पुराने सैंपल दस्तावेज़ों का उपयोग कर सकता हूँ?

    सिर्फ तभी करें, जब वे अब भी प्रासंगिक और पोर्टल या कोर्ट द्वारा स्वीकार्य वर्तमान प्रारूप से मेल खाते हों। सुनिश्चित करें कि आपने उनमें अपनी ताज़ा जानकारी अपडेट की है।

    क्या मुझे शिकायत दर्ज करने से पहले रजिस्टर्ड पोस्ट के माध्यम से कंपनी को Legal Notice भेजना जरूरी है?

    हाँ। शिकायत दर्ज करने से पहले रजिस्टर्ड पोस्ट द्वारा कानूनी नोटिस भेजना अनिवार्य है। इससे कंपनी को जवाब देने का उचित अवसर मिलता है और यह अदालत को दर्शाता है कि आपने विवाद को सौहार्दपूर्वक सुलझाने का प्रयास किया।

    क्या मुझे दस्तावेज़ों को नोटराइज़ (notarize) कराने के लिए ज़िला अदालत जाना होगा?

    आप किसी भी लाइसेंस प्राप्त नोटरी से दस्तावेज़ नोटराइज़ करा सकते हैं, लेकिन ज़िला अदालत में कराना बेहतर माना जाता है, क्योंकि वहाँ कई वकील यह सेवा प्रदान करते हैं।

    क्या मैं वकील को नियुक्त कर सकता हूँ और उसे यह जटिल कानूनी प्रक्रिया संभालने के लिए भुगतान कर सकता हूँ?

    हाँ। उपभोक्ता मामलों के लिए वकील नियुक्त करना अनिवार्य नहीं है, लेकिन यदि आप दस्तावेज़ी कार्य, फाइलिंग या कोर्ट में प्रतिनिधित्व में कानूनी सहायता चाहते हैं तो आप वकील नियुक्त कर सकते हैं

    क्या मैं NCH, e-Daakhil या e-Jagriti हेल्पलाइन नंबर से सहायता प्राप्त कर सकता हूँ?

    हाँ, आप उनसे संपर्क कर सकते हैं, लेकिन वे आमतौर पर मूलभूत प्रश्नों में सहायता करते हैं, न कि दस्तावेज़ तैयार करने या कानूनी सलाह देने में।

    क्या आप प्रत्येक आवश्यक दस्तावेज़ का उद्देश्य समझा सकते हैं और उनका सैंपल प्रारूप भी साझा कर सकते हैं?

    Index
    सभी दस्तावेज़ों की पृष्ठ संख्या सहित सूची
    Memo of Parties
    शिकायतकर्ता और विपक्षी पक्ष का नाम, पता, संपर्क
    Proforma
    क्षेत्राधिकार, दावा राशि, केस प्रकार इत्यादि विवरण
    Synopsis
    शिकायत का संक्षिप्त सारांश
    Dates & Events
    घटनाओं की तिथि-क्रमबद्ध सूची
    Consumer Complaint
    पूरी शिकायत जिसमें समस्या और राहत का उल्लेख
    Affidavit
    आपकी शिकायत की सत्यता की शपथबद्ध घोषणा

    आप इन दस्तावेज़ों के सैंपल ऑनलाइन पा सकते हैं, या Voxya से सैंपल डॉक्यूमेंट किट खरीद सकते हैं।

    क्या केस की सुनवाई ऑनलाइन होती है या अदालत में ऑफलाइन?

    फिलहाल केस दर्ज करने की प्रक्रिया ऑनलाइन है, लेकिन अधिकांश सुनवाई उपभोक्ता अदालत में ऑफलाइन होती है। हालांकि, कुछ अदालतें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई की अनुमति देती हैं — यह केस और अदालत की सुविधा पर निर्भर करता है।

    संबंधित लिंक

    E-Jagriti portal login (यदि आप नई उपभोक्ता शिकायत दर्ज करना चाहते हैं तो रजिस्टर करें और लॉगिन करें)
    Send Legal Notice (शिकायत दर्ज करें और “Legal Notice भेजें” का विकल्प चुनें)
    List of Consumer Courts in India (राज्य चुनें और फिर ज़िला चुनें ताकि विवरण देख सकें)
    Hire a lawyer (यदि आप चाहते हैं कि कोई वकील आपके केस को दर्ज करे, लड़े और निर्णय दिलाए)
    Consumer Court Process (उपभोक्ता अदालत में केस दाखिल करने की पूरी प्रक्रिया देखें)
    Check Case status (Voxya पर अपनी उपभोक्ता शिकायत की स्थिति जांचें)

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  • Indore Consumer Case: Insurance Company Will Pay Rs.10 Lacs to Consumer (बीमा कंपनी ‘गलत तरीके से इनकार’ दावे के लिए 10 लाख रुपये का भुगतान करेगी )

    Indore Consumer Case: Insurance Company Will Pay Rs.10 Lacs to Consumer (बीमा कंपनी ‘गलत तरीके से इनकार’ दावे के लिए 10 लाख रुपये का भुगतान करेगी )

    Indore: Consumer forum ने एक निजी insurance company को 7 अक्टूबर 2015 से 9 प्रतिशत ब्याज के साथ शिकायतकर्ता को 10 लाख रुपये क्लेम मनी (claim money) का भुगतान करने का आदेश दिया है।

    Forum ने कंपनी को मानसिक उत्पीड़न के लिए 10,000 रुपये और मुकदमेबाजी में किए गए खर्च के लिए रु.2,000 रुपये का भुगतान करने का भी आदेश दिया | अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा व सुमित्रा हाथीवाला की खंडपीठ ने अधिवक्ता केके चतुर्वेदी के माध्यम से दायर राजेश नायर की शिकायत पर निर्णय लेते हुए यह आदेश पारित किए गए |

    चतुर्वेदी ने Indore Consumer Forum को बताया कि नायर ने 28 जनवरी, 2015 से 27 जनवरी, 2016 की अवधि के लिए Apollo Munich Health Insurance Company Limited से अपने परिवार के लिए एक व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा पॉलिसी (individual accident insurance policy) ली थी |

    चतुर्वेदी ने कहा, पॉलिसी के मुताबिक, दुर्घटना के लिए 2 करोड़ रुपये, स्थायी विकलांगता 15 लाख रुपये और अस्पताल में 1 लाख रुपये देने का प्रस्ताव था |

    शिकायतकर्ता की छोटी उंगली बाथरूम के दरवाजे के पीछे फंसने के बाद उसके हाथ से कट गई थी | चतुर्वेदी ने कहा, पॉलिसी के मुताबिक कंपनी को पांच प्रतिशत कुल बीमित राशि रु2 करोड़ का भुगतान करना था अगर छोटी उंगली खराब हो गई थी |

    चतुर्वेदी ने कहा, शिकायतकर्ता ने बीमा कंपनी के प्रतिनिधि को सूचित किया, उन्हें सितंबर 2015 में Apollo hospital के doctor, चित्र और संबंधित दस्तावेज से प्रमाण पत्र प्रदान किया था |

    शिकायतकर्ता ने हटाई गई उंगली के लिए कैप भी बनाई थी, जिसकी कीमत उसे 19,400 रुपये थी | चतुर्वेदी ने कहा, उन्होंने बीमा कंपनी को इस बारे में सूचित किया लेकिन उसने कुछ नहीं दिया |

    प्रतिवादी वकील ने कहा कि शिकायतकर्ता उपभोक्ता की श्रेणी में नहीं आता है | साथ ही शिकायतकर्ता को इस मामले में सिविल वाद भी दायर करना चाहिए था | हालांकि Consumer Forum ने प्रतिवादी वकील के दावे को खारिज कर दिया और कंपनी को बीमा राशि का भुगतान करने का आदेश दिया |

    source: TOI

    Recently resolved consumer complaint against online food delivery company at Voxya.

    If you are looking for the solution of consumer complaint then File A Complaint Now!
  • Ahmedabad – Hallmarking is Mandatory For Consumers  Interest

    Ahmedabad – Hallmarking is Mandatory For Consumers Interest

    “उपभोक्ताओं के हित के लिए Hallmarking अनिवार्य है |” – Ram Vilas Paswan

    Ahmedabad: Gujarat में Jewellers और सर्राफा व्यापारियों के मुताबिक, 15 जनवरी, 2020 से पूरे भारत में सोने के आभूषणों और कलाकृतियों पर हॉलमार्किंग (Hallmarking) अनिवार्य करने का, central government का फैसला उपभोक्ताओं के हित में है और इससे उद्योग जगत के खिलाड़ियों को फायदा होगा | बाजार सूत्रों के मुताबिक इस फैसले से branded के साथ-साथ non branded Jewellers के लिए भी समान अवसर पैदा होंगे |

    Central Consumer Affairs, Food and Public Distribution Minister, Ram Vilas Paswan ने 1 नवंबर 2019 शुक्रवार को यह घोषणा की | India Bullion and Jewellers’ Association (IBJA) के निदेशक हरमेश आचार्य ने कहा, Central Government का हॉलमार्किंग को अनिवार्य करने के निर्णय से Jewellers को काफी हद तक फायदा होगा क्योंकि इससे सभी Jewellers को एक निश्चित गुणवत्ता मानक का पालन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा |

    इससे बाजार में समान अवसर पैदा होंगे और विशेष रूप से छोटे खिलाड़ियों को लाभ होगा | आज तक branded jewellery showroom को quality assurance का फायदा मिला जबकि small और मध्यम Jewellers को शक की नजर से देखा गया | लेकिन हॉलमार्किंग (Hallmarking) के माध्यम से मानकीकरण छोटे खिलाड़ियों को निष्पक्ष रूप से प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाएगा |

    Jewellers की राय है कि इस फैसले से ग्राहकों द्वारा खरीदी गई standard quality भी सुनिश्चित होगी और इस तरह Jewellers पर उपभोक्ताओं का भरोसा मजबूत होगा | “उपभोक्ताओं को standard quality की जेवेलरी प्राप्त करने का फायदा मिलेगा और शुद्धता पर अधिक चिंता नहीं करना पड़ेगा |हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि गुजरात में अधिक हॉलमार्किंग केंद्र (Hallmarking Center) आएं | Jewellers’ Association of Ahmedabad (JAA) के मीडिया संयोजक आशीष झवेरी ने कहा, वास्तव में, हॉलमार्किंग सेंटर (Hallmarking Center) स्थापित करने के लिए राज्य और केंद्र सरकार ने वित्तीय सहायता देने का फैसला किया है | इंडस्ट्री के खिलाड़ियों का भी मानना है कि यह इंडस्ट्री को ज्यादा संगठित बनाने में मदद करेगा |

    consumer complaint

    अपनी Consumer Complaint का निवारण करने के लिए अपनी शिकायत को
    Voxya online consumer forum पर दर्ज करे |

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  • Chandigarh Consumer Forum Ordered to Pay Rs 45,000 to Panchkula Man for Delay in Repairing Vehicle

    Chandigarh Consumer Forum Ordered to Pay Rs 45,000 to Panchkula Man for Delay in Repairing Vehicle

    Panchkula के व्यक्ति को वाहन की मरम्मत में देरी के लिए मिले 45,000 रुपये

    चंडीगढ़ (CHANDIGARH): District consumer disputes redressal forum ने Speed Motors Limited, Chandigarh, FCA Automobile Private Limited in Mumbai और WSL Automobiles Private Limited, Mohali को वाहन की मरम्मत में देरी करने के लिए 45,000 रुपये का भुगतान करने का निर्देश दिया |

    Panchkula के रहने वाले सुभाष चंदर गुप्ता ने अपनी शिकायत में बताया कि अगस्त 2017 में उनका वाहन पानी की गड्डे में वाहन रुक गया था और इंजन ने काम करना बंद कर दिया था | वह अपने वाहन को 21 अगस्त, 2017 को मरम्मत के लिए स्पीड मोटर्स में ले गए | हालांकि, वाहन की मरम्मत में लंबा समय लगा, आंशिक रूप से क्योंकि Mumbai में स्थित FCA Automobile Private Limited द्वारा स्पेयर पार्ट्स की आपूर्ति समय पर नहीं की गई थी |

    26 अक्टूबर, 2017 में वाहन को उपभोक्ता को दिया गया जिसमे यह प्रश्न हमेशा से बना रहा कि इतना समय क्यों लगा | उपभोक्ता वाहन लेकर आ गया, इस अश्वाशन के साथ की वाहन ठीक हो गया है | उसी दिन उपभोक्ता को पता चला की वाहन की मरम्मत सही से नहीं हुई है, इसकी जानकारी उपभोक्ता  ने उसी दिन जाकर दी और दिए गए invoice पर भी उन्होंने सवाल उठाया |

    शिकायतकर्ता ने कार के कुछ समस्याओ के साथ 20 नवंबर, 2017 को फिर से Speed Motors से संपर्क किया, जिसमे कार के इंजन से आवाज आ रही थी लेकिन उसकी मरम्मत पहले से हो चुकी थी  | हालांकि दोनों मौकों पर वाहन की मरम्मत के बावजूद, वाहन में समस्या आती रही, इसलिए 2 दिसंबर 2017 को फिर कार को उनके पास ले जाया गया, इस बार सील लीक हो रही थी और कार की स्टीयरिंग में भी समस्या थी |

    चूंकि वे वाहन की मरम्मत करने में विफल रहे, इसलिए इसे 6 दिसंबर, 2017 को मरम्मत के लिए Mohali में स्थित WSL Automobiles Private Limited ले जाया गया | इसके बाद 29 दिसंबर 2017 को आवश्यक मरम्मत के बाद वाहन को शिकायतकर्ता को वापस कर दिया गया | उन्होंने आरोप लगाया कि तमाम मरम्मत के बावजूद वाहन समस्या देते रहता है |

    Speed Motors Limited ने बताया कि वाहन पर रिपेयर तभी शुरू की गई जब Insurance Company के सर्वेयर ने रिपेयर के लिए प्राधिकार दिया | बताया गया कि शिकायतकर्ता के वाहन को delivery के 20 दिन से अधिक समय के बाद समस्या हुई और जिसके बाद वह रिपेयर होने के लिए आयी और उसको विधिवत रिपेयर किया गया | यह प्रस्तुत किया गया है कि शिकायतकर्ता द्वारा उजागर की गई समस्या उनके द्वारा की गई मरम्मत से संबंधित नहीं है |

    यह भी बताया गया कि शिकायतकर्ता को 27 अक्टूबर 2017 को कार की डिलीवरी का ऑफर दिया गया था, लेकिन उसने 11 नवंबर 2017 को डिलीवरी ली थी | यह भी कहा गया है कि शिकायतकर्ता को लंबित काम करवाने की सिफारिश की गई थी, लेकिन वह केवल बीमा कंपनी द्वारा स्वीकृत मरम्मत के लिए ही सहमत थे | यह प्रस्तुत किया गया कि शिकायतकर्ता द्वारा मरम्मत से इनकार और लापरवाही के कारण, वाहन को नुकसान उठाना पड़ा |

    WSL Automobiles Private Limited ने नोटिस के बावजूद कोई जवाब नहीं दिया था |

    Consumer Forum ने  मामले और निष्कर्षों के तथ्यों और परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, पाया जाता है कि तीनो के द्वारा Panchkula निवासी उपभोक्ता पर समान अनुपात में उत्पीड़न हुआ है और सेवाओं में भी कमी हुई, Deficient ACT के अनुसार, तीनों को 30,000 रुपये की मुआवजा राशि और 15,000 रुपये कानूनी लगत की राशि को सामान अनुपात में भुगतान करने निर्देश दिया |

    consumer complaint

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